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करनाल4 घंटे पहले
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मंडी से उठान करते हुए मजदूर।
हरियाणा के करनाल जिले की अनाज मंडी में व्यवस्था के चलते किसानों को कोई दिक्कत नहीं हुई। दूसरी तरफ फसल का झाड़ कम होने से किसान काफी निराश हैं। ऐसे में किसानों ने सरकार से बोनस दिए जाने की मांग की है। मंडियों में लिफ्टिंग के पुख्ता इंतजाम रहे। करनाल से 60 फीसदी गेहूं का उठान हो चुका है। इस बार गेहूं का भाव 2015 रुपए प्रति किवंटल मिल रहा है।
जिले में करीब 468741 मीट्रिक टन गेहूं की आवक विभिन्न परचेज सेंटरों व मंडियों में हुई, जिसे सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा गया। खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 220186 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा करीब 213517 मीट्रिक टन, भारतीय खाद्य निगम द्वारा 41.75 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयर हाउसिंग द्वारा 24996 मीट्रिक टन गेहूं खरीदी गई। असंध में 69292 मीट्रिक टन में आया है।
बल्ला में 8635 मीट्रिक टन, बरसत में 4465 मीट्रिक टन, ब्याना में 5245.3 मीट्रिक टन, गढ़ी बीरबल में 1328 मीट्रिक टन, गंगा टेहड़ी पोपड़ा में 5851 मीट्रिक टन, घरौंडा में 48149 मीट्रिक टन, घीड़ में 4121.1 मीट्रिक टन, इंद्री में 30440 मीट्रिक टन, जुंडला में 35247 मीट्रिक टन, करनाल में 70062 मीट्रिक टन, कुंजपुरा में 13052 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है।
कुरलन में 1307 मीट्रिक टन, मुनक में 6215 मीट्रिक टन, निगदू में 36880 मीट्रिक टन, नीलोखेड़ी में 6569 मीट्रिक टन, निसिंग में 63159 मीट्रिक टन, राहड़ा में 2705 मीट्रिक टन, समानाबाहू में 41.75 मीट्रिक टन, सग्गा में 2370 मीट्रिक टन, सालवन में 8816 मीट्रिक टन तथा तरावड़ी में 44791 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई।

मंडी से उठान करते हुए मजदूर।
किसान बोले- पैदावार कम, बढ़ेगी परेशानी
किसान दलजीत सिंह ने बताया कि तुलाई तो ठीक हो रही है। रेट भी सरकारी 2015 रुपए मिल रहा है। इस बार तो पैदावार 12 क्विंटल पर आकर रूक गया। इसमें ही गुजारा करने पड़ेगा। किसानों को कोई दिक्कत नहीं आई है। स्टोंडी निवासी प्रेम सिंह ने बताया कि किसानों के सामने पैदावार कम होना की समस्या है।
दाना भी छोटा है। किसान को काफी घाटा हो गया। मंडी में व्यवस्था ठीक है। तुलाई के लिए कोई इंतजार नहीं करना पड़ा। मंडी में व्यवस्था ठीक है। सरकार किसानों को बोनस दे दे तो अच्छा हो जाएगा।

मंडी से उठान करते हुए मजदूर।
60 फीसदी हुआ उठान
अनाज मंडी करनाल मार्केट कमेटी सचिव ने बताया कि इस बार आवक पिछले साल से कम है। ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था पहले से अच्छी है। करनाल मंडी में सरकारी एजेंसियांे द्वारा 7 लाख 20 हजार क्विंटल के करीब खरीद की है। 4 लाख से ज्यादा की लिफ्टिंग हो चुकी है, यानी फीसदी उठान हो चुका है। आने वाले दो चार दिनों में उठान एक दो दिन वाला ही रह जाएगा। इस बार दिन के दिन किसान का गेहूं खरीदा जा रहा है। अभी पेमेंट के लिए भी किसान नहीं आया है। इस बार का सीजन काफी कूल रहा।
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