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करनाल17 मिनट पहले
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गुरनाम सिंह चंढूनी।
किसानों पर आंदोलन के दौरान हुई घटनाओं के लगातार समन आने पर भाकियू नेता गुरनाम सिंह चंढूनी केंद्रीय मंत्रालय को पत्र भेजा। पत्र में उन्होंने वायदे के मुताबिक दर्ज केसों को वापस लेने की मांग की। ऐसा ना होने पर आगे परिणाम अच्छा ना रहने की चेतावनी दी।
भाकियू नेता गुरनाम सिंह चंढूनी ने बताया कि केंद्र सरकार ने एसकेएम से फैसला किया था कि मुकदमे वापस लेने का वायदा किया था। इस वायदा 9 दिसंबर 2021 को किया गया था। वो मुकदम केंद्र अभी तक वापस नहीं लिए गए हैं। कृषि कल्याण मंत्रालय संजय अग्रवाल व गृह मंत्रालय का अमित शाह को पत्र लिखा है।
पत्र में उन्हें बताया कि केंद्र के मुकदमों को लेकर किसानों के पास समन आ रहे हैं। इनमें रेलवे केस, दिल्ली केस व 26 जनवरी वाले केस से संबंधित है। लगातार किसानों के पास समन आने की बार-बार सूचना मिलने के बाद लिखित में मांग की गई है। हमारी मांग है कि इन मुकदमों को तुरंत वापस लें।
साथ ही जिन प्रदेश सरकारों ने अभी मुकदमें वापस नहीं लिए, उनको भी ये बात पहुंचाएं। जल्दी से जल्दी इस समस्या का हल करवाएं। साथ ही चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर विश्वास खराब होने वाली बात होगी, जिसका परिणाम आगे अच्छा नहीं होगा।
3 कृषि कानून रद्द की मांग पर था आंदोलन
3 कृषि कानून को लेकर किसान जत्थेबंदियों ने देश में आंदोलन किया है। किसानों की आंदोलन में मांग थी कि 3 कृषि कानून को वापस लिया जाए। आंदोलन के चलते सरकार ने किसानों की बात मंजूर की थी। इस समझौते के दौरान सरकार ने किसानों की मांग पर दर्ज केसों को वापस लेना तय हुआ था।
देश में कुछ जगहों पर केस वापस लिए गए। लेकिन केंद्र सरकार के अधीन आने वाले एरिया रेलवे, दिल्ली व अन्य स्थानों पर केस ज्यों की त्यों बने हुए हैं। जिनको लेकर किसानों के पास कोर्ट से समन पहुंच रहे हैं।
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