मध्य प्रदेश के 200 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता की गई रद्द, खतरें में लाखों छात्रों का भविष्य
मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में अध्ययन रहे छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। दरअसल मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल ने प्रदेश के करीब 200 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता निरस्त कर दी है।

कॉलेजों की मान्यता सम्बद्ध अस्पतालों का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद रद्द की गई हैं। मान्यता रद्द होने के बाद अब इन कॉलेजों में अध्ययन रहे एक लाख से भी ज्यादा छात्रों के भविष्य साथ पर सवाल खड़ा हो गया है और एक अंधेरा सा छा गया हैं।
नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की क्लीनिकल ट्रेनिंग के लिए अस्पताल की जरूरत होती है, लेकिन नर्सिंग कॉलेज संचालकों ने अस्पताल कागजों पर ही खोल लिए थे।
इसका मामला पहली बार तब सामने आया जब कोरोना काल में मरीजों को भर्ती करने के लिए इन अस्पतालों के पास व्यवस्था नहीं मिली। इसके बाद पूरे प्रदेश में अस्पतालों की जांच हुई, और बड़ी संख्या में अस्पतालों को बंद कर दिया गया था ।
200 कॉलेजों को बंद करने के फैसले पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। और इस फैसले को सही ठहराते हुए कहा है कि हमने इस क्षेत्र को साफ सुथरा करने का निर्णय लिया था।
जिसके कारण ये कार्रवाई की गई है। उन्होंने आगे कहा है कि नर्सिंग कॉलेजों के शुद्दीकरण किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में फर्जीवाड़ा नहीं होने दिया जाएगा।फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को संचालित नहीं होने दिया जाएगा।
इन कॉलेजों के बंद होने से छात्रों को हुए नुकसान को लेकर उन्होंने कहा है कि फ़र्ज़ी कॉलेज ही रहेंगे तो छात्रों के भविष्य ख़तरे में रहेंगे ही हम एक नीति बनाने की तैयारी करेंगे जिससे छात्रों को कोई नुक़सान नहीं होगा।